Wednesday 12 September 2012

गन्ना (गुड़ )

चीनी vs गुड़ !
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 दोस्तो चीनी की पहली मिल भारत मे 1860 मे अंग्रेज़ो द्वारा लगाई गई ! उस से पहले भारत मे सब लोगो गुड ही खाते थे ! चीनी मिल लगाने के बाद अंग्रेज़ो ने एक कानून बनाया !!कि भारत का किसान गन्ने से गुड बनाकर नहीं बेच सकता है !!ताकि उसके गन्ने से सिर्फ चीनी ही बनाई जा सके और लानत है इस आजादी पर आज भी ये कानून भारत मे चल रहा ! हमारा किसान अपने मर्जी से गन्ने से गुड बनाकर नहीं बेच सकता !! जो किसान बेचते है वे चोरी बेचते हैं !! उसको सारा गन्ना चीनी मिलो को देना पढ़ता है !! और इस देश मे गनना सबसे सस्ता खरीदा जाता है किसानो !! और चीनी सबसे महंगी बिकती है !! सारा पैसा चीनी मिले अंदर कर रही हैं !!2 -2 साल चीनी मिले किसानो को payment नहीं करती !



गुड़ भी गन्ने से बनता है और चीनी भी !! बस फर्क इतना है गन्ने से जब चीनी बनाई जाती है !! तो गन्ने से रस को गरम करते जाओ !! और ठंडा हुआ और बन गया गुड़ !!

जबकि गन्ने से जब चीनी बनाई जाती है !! तो 21 तरह के जहरीले कैमिकल डाले जाते हैं !! और उसमे सबसे खतरनाक कैमिकल है !! उसका नाम है सल्फर !मतलब दिवाली के पटाखो मे डाला जाने वाला मसाला !! एक बार आप किसी चीनी मिल मे चीनी बनते देख लिया !! तो आप हैरान हो जाएंगे !! के ये हम क्या खा रहे है ??!!



चीनी बनाने की प्रक्रिया में गन्ने के रस में मौजूद फ़ासफ़ारस खत्म हो जाता है ये कफ़ को संतुलित करने के लिये जरूरी है, चीनी जब हमारे शरीर में जाकर जब पचती है तो इससे अंत में अमल(एसिड) बनता है और जब गुड पचता है तो श्रार बनता है जो अमल को खत्म करता है पर चीनी खाने से अमल(एसिड) खत्म होने की जगह बढ जाता है और रक्त में मिलने लगता है और इससे अनेकों वात रोग पैदा होते है
चीनी को पचाने के लिये बहुत समय लगता है पर गुड आसानी से पच जाता है और बाकी खाई हुई चीजों को भी बचा देता है

1- चीनी मिलें हमेशा घाटे में रहती हैं। चीनी बनाना एक मँहगी प्रक्रिया है और हजारों करोड़ की सब्सिडी और चीनी के ऊँचे दामों के बावजूद किसानों को छह छह महीनों तक उनके उत्पादन का मूल्य नहीं मिलता है!

2-चीनी के उत्पादन से रोजगार कम होता है वहीं गुड़ के उत्पादन से भारत के तीन लाख से कहीं अधिक गाँवों में करोड़ों लोगों को रोजगार मिल सकता है।

3- चीनी के प्रयोग से डायबिटीज, हाइपोग्लाइसेमिया जैसे घातक रोग होते हैं!

4-चीनी चूँकि कार्बोहाइड्रेट होता है इसलिए यह सीधे रक्त में मिलकर उच्च रक्तचाप जैसी अनेक बीमारियों को जन्म देता है जिससे हर्ट अटेक का खतरा बढ़ जाता है! 

5-चीनी का प्रयोग आपको मानसिक रूप से भी बीमार बनाता है। यहाँ पढ़ें www.macrobiotics.co.uk/sugar.htm

6-गुड़ में फाइबर और अन्य पौष्टिक तत्व बहुत अधिक होते हैं जो शरीर के बहुत ही लाभदायक है!

7-गुड़ में लौह तत्व और अन्य खनिज तत्व भी पर्याप्त मात्रा में होते हैं!

8- गुड़ भोजन के पाचन में अति सहायक है। खाने के बाद कम से कम बीस ग्राम गुड़ अवश्य खाएँ। आपको कभी बीमारी नहीं होगी!

9-च्युइँगगम और कैँडी खाने से दाँत खराब होते हैं!

10-गुड़ के निर्माण की प्रक्रिया आसान है और सस्ती है जिससे देश को हजारों करोड़ रुपए का लाभ होगा और किसान सशक्त बनेगा! 

11- गुड को दूध में मिलाके पीना वर्जित है इसलिये पहले गुड खाकर फ़िर दूध पिये

12- गुड को दही में मिलाके खाया जा सकता है बिहार में खासकर इसे खाया जाता है जो काफ़ी स्वादिष्ट लगता है 

13- गुड की गज्ज्क, रेवडी आदि भी अच्छी होती है

!!!


और मित्रो शुगर कि बीमारी भारत मे 5 करोड़ लोगो को है !! और इस video मे सबसे बढ़िया इलाज है ! एक बार जरूर देखे और शेयर करे !!!!
http://www.youtube.com/watch?v=qAF4sj0uiUs 

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