खांसी ओर कफ विकार
१. यदि सूखी खांसी हो ओर कफ ना निकलता हो तो, सुबह ही सुबह ताज़े एक अमरुद को तोड़ कर , चाक़ू कि सहायता के बिना चबा चबा कर खाने से खांसी २-३ दिन में ही दम तोड़ देती है |
२. अमरुद का भमक यन्त्र द्वारा अर्क निकालकर उसमे शहद मिलाकर पीने से भी सूखी खांसी में लाभ होता है |
३. यदि बलगम खूब पड़ता हो ओर खांसी अधिक हो , दस्त साफ़ ना हो ओर हल्का बुखार भी हो तो अच्छे ताज़े मीठे अमरूदों को अपनी इच्छा अनुसार खाएं |
४. यदि जुकाम कि साधारण खांसी हो तो अधपके अमरुद को आग में भूनकर उसमे नमक लगा कर खाने से लाभ होता है |
_________________________भ ारतीय संस्कृति ही सर्वश्रेष्ठ है
१. यदि सूखी खांसी हो ओर कफ ना निकलता हो तो, सुबह ही सुबह ताज़े एक अमरुद को तोड़ कर , चाक़ू कि सहायता के बिना चबा चबा कर खाने से खांसी २-३ दिन में ही दम तोड़ देती है |
२. अमरुद का भमक यन्त्र द्वारा अर्क निकालकर उसमे शहद मिलाकर पीने से भी सूखी खांसी में लाभ होता है |
३. यदि बलगम खूब पड़ता हो ओर खांसी अधिक हो , दस्त साफ़ ना हो ओर हल्का बुखार भी हो तो अच्छे ताज़े मीठे अमरूदों को अपनी इच्छा अनुसार खाएं |
४. यदि जुकाम कि साधारण खांसी हो तो अधपके अमरुद को आग में भूनकर उसमे नमक लगा कर खाने से लाभ होता है |
_________________________भ